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मार्च, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सिंगापुर में प्रमुख पर्यटक स्थल

 सिंगापुर एक व्यापक और रोमांचक घूमने का स्थान है, जो अपनी विविधता, संस्कृति, और प्राचीन और आधुनिक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है। यहां कुछ मुख्य आकर्षण शामिल हैं: 1. **मेरिना बे**: सिंगापुर का मेरिना बे एक प्रमुख आकर्षण है जहां आप चलने के साथ साथ शॉपिंग और रेस्तरां का आनंद ले सकते हैं। 2. **सेंटोसा आइलैंड**: सेंटोसा आइलैंड एक मनोरंजन और पर्यटन का केंद्र है जो विभिन्न विज्ञान केंद्रों, थीम पार्कों, और जल खेलों के लिए जाना जाता है। 3. **गार्डन्स बाई द बे**: यहां आप खूबसूरत फूलों और पेड़-पौधों का आनंद ले सकते हैं और शांति और ताजगी का अनुभव कर सकते हैं। 4. **सिंगापुर जूरेंग पार्क**: यह पार्क प्राकृतिक जीवन के लिए एक स्थान है, जहां आप अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। 5. **सिंगापुर फ्लायर डोमिन**: यह एक अद्वितीय आधुनिक संरचना है जो सिंगापुर के आसमान में फूलों की विविधता को प्रदर्शित करती है। ये सिंगापुर के कुछ प्रमुख आकर्षण हैं, जो आपको यह अनुभव देते हैं कि कैसे यह एक विश्वस्तरीय नगर है जो अपने संस्कृति, खाद्य, और पर्यावरण के लिए प्रसिद्ध है।

महाशिवरात्रि 2024 को मनाने का समय और नियम का समय और नियम

  भगवान शिव की पूजा महाशिवरात्रि 8 मार्च 2024 शुक्रवार को पूरे भारत में मनाया जाएगा|| भगवान शिव से विनायक और इस ब्रह्मांडमें सबसे दयालु तथा तपस्या भगवान की प्रार्थना इसी दिन इसी दिन की जाती है||महाशिवरात्रि कात्योहार भगवान शिवा समर्पित है महाशिवरात्रि के समय औरतिथि 2024 चतुर्थ तिथि प्रारंभ 8 मार्च को रात्रि 9:58 पर चतुर्थ तिथि 9 मार्च को शाम 6:18 पर समाप्त होगी निशिता कॉल पूजा 9 March सुबह 2:07 से 12:58 तक रहेगा वही शिवरात्रि का प्रारंभ का समय सुबह प्रारंभका समय 06:37 से 03:29 के बीच रहेगा महाशिवरात्रि के व्रत का नियम भगवान शिव के कई भक्त महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं कुछ भक्त आलू तथा माखन केला खाकर व्रत रखते ह  जबकि कुछ भक्त महाशिवरात्रि के समय उपवास रखते हैं लहसुन तथा प्याज का परहेज करना चाहिए महाशिवरात्रि कापूजा अनुष्ठान कैसे करें महाशिवरात्रि के दौरान व्रत रखना शुभ माना जाता है व्रत के दौरान भक्ति दूध दही तथा पंचामृत तथा honey 🍯 चढ़ाते हैं नमक लहसुन प्याज का शक्ति से बर्ताव किया जाताहै भगवान शिव को किन-किन चीजों का भोग लगा सकते हैं भगवान शिव को बेलपत्र धतूरेका फल दही घीचं...

2035 तक बनकर तैयार होगा भारत का स्पेस स्टेशन

भारत ने वर्ष 2022 में गगनयान मिशन की सफलता के पश्चात् वर्ष 2035 तक एक छोटे आकार का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। इस स्टेशन का  भार 20 टन  होगा  यह स्पेस स्टेशन पृथ्वी से 400 किलोमीटर की दूरी पर रहेगा पृथ्वी का चक्कर पूरे 24 घंटे में लगा| ISS और चीनी अंतरिक्ष स्टेशन से आकार में काफी हल्का है (इनका भार क्रमशः 450 टन और 80 टन है)। इस स्टेशन में 4-5 अंतरिक्ष यात्री 15-20 दिनों के लिये रुक सकेंगे। इस स्टेशन को पृथ्वी की निम्न कक्षा   में लगभग 400 किमी. की ऊँचाई पर स्थापित किया जाएगा।

मनुष्य के हृदय के बारे में

 मनुष्य के हृदय में चार मुख्य भाग होते हैं: 1. दायें ओर का ऊभ्र दिल 2. बायें ओर का ऊभ्र दिल 3. दायें ओर का छोटा दिल 4. बायें ओर का छोटा दिल इन भागों में से प्रत्येक को दो कमरों में विभाजित किया जाता है। हर कमर में एक उदर और एक इलाका होता है जो रक्त को पंप करने के लिए जिम्मेदार होता है। हृदय का आम आकार लगभग मनुष्य के बिस्तर के साइज का होता है, लेकिन यह व्यक्ति के आयु, जाति, और शारीरिक स्थिति पर भी निर्भर करता है। मामूली हालत में, हृदय का आयाम लगभग 12-14 सेमी (5-6 इंच) का होता है और यह लगभग 250-350 ग्राम का वजन होता है। हृदय के अन्य भागों के अतिरिक्त, रक्त और धमनियों से भरा होता है जो रक्त प्रवाह को संचालित करते हैं और अन्य अंगों तक पहुंचाते हैं। जीव विज्ञान में, मनुष्य के हृदय को एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण गुदा माना जाता है जो उसके शारीरिक स्वास्थ्य और विचार विचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हृदय एक सशक्त और विशाल उपकरण है जो रक्त को पंप करने के लिए जिम्मेदार होता है, इसके साथ ही यह भावनात्मक संवेदनाओं को भी नियंत्रित करता है। **अनंत्रर्द्धाण्यता और गुदा का संरचना:** ...